EXAMINE THIS REPORT ON MAHAVIDYA BAGLAMUKHI

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पालयन्ती मनुपदं प्रसमीक्ष्या वनीतले । पीताचार रतां भक्तां तां भवानीं भजाम्यहम् ।।

However typically depicted by using a human head, the goddess is sometimes explained to possess a head of a crane and in some cases depicted Using a crane. At times, she's explained related to other birds: using a duck-head or maybe a nose of a parrot.[5]

ब्रह्मास्त्रं च प्रवक्ष्यामि खेद्य प्रत्यय कारणम् ।

The throat chakra is named Vishuddha, an emblem of complete purity. The Vishuddha Chakra is depicted for a lotus with sixteen petals. It is said which the stream of wisdom to the throat is likened for the elixir of immortality or Amrita. This elixir, within the Vishuddha chakra, is reworked into a pure variety and a poison. The worship of Goddess Bagalamukhi will help the devotee to locate the courage to utter the purity of data, and concurrently dispel the poison of Avidya or ignorance.      

It can help to solve all of the authorized and monetary problems. Clear all misunderstandings and confusions. Steer clear of any kinds of incidents and provde the courage to beat any troubles.

देवी पीताम्बरा का नाम तीनों लोक में प्रसिद्ध है, पीताम्बरा शब्द भी दो शब्दों से बना है, पहला ‘पीत‘ तथा दूसरा ‘अम्बरा‘, जिसका अभिप्राय हैं पीले रंग का अम्बर धारण करने वाली। देवी को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। देवी पीले रंग के वस्त्र इत्यादि धारण करती है, पीले फूलों की माला धारण करती है। पीले रंग से देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। पञ्च तत्वों द्वारा संपूर्ण ब्रह्माण्ड का निर्माण हुआ हैं, जिनमें से पृथ्वी तत्व का सम्बन्ध पीले रंग से हैं। बगलामुखी या पीताम्बरा देवी साक्षात ब्रह्म-अस्त्र विद्या हैं, जिसका तोड़ तीनों लोक में किसी के द्वारा संभव नहीं हैं। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति का समावेश देवी बगलामुखी में हैं।

करधृत रिपुजिह्वा पीडनस्य ग्रहस्तां पुनरपि गदया तां ताडयंतीं सुतंत्रां । प्रणत सुर गणानां पालिकां पीतवस्त्रां बहुबल बगळां तां पीतवस्त्रां नमामः ।।

देवी बगलामुखी स्तम्भन की पूर्ण शक्ति हैं, तीनों लोकों में प्रत्येक घोर विपत्ति से लेकर सामान्य मनुष्य तक किसी भी प्रकार की विपत्ति स्तम्भन करने में समर्थ है, जैसे किसी स्थाई अस्वस्थता, निर्धनता समस्या देवी कृपा से ही स्तंभित होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप जातक स्वस्थ, धन सम्पन्नता इत्यादि प्राप्त करता हैं। देवी अपने भक्तों के शत्रुओं के पथ तथा बुद्धि भ्रष्ट कर उन्हें हर प्रकार से स्तंभित कर रक्षा करती हैं। शत्रु अपने कार्य में कभी सफल नहीं हो पाता, शत्रु का पूर्ण रूप से विनाश होता ही हैं।

ॐ क्लीङ्क्लीङ्क्लींरूपिकायै देव्यै नमः।

In conclusion, Bagalamukhi is named here a scorned goddess, well-known for paralyzing her enemies and defeating those who have wronged her by taking away their tongues; rendering them silent. She is 1 the the 10 Mahavidyas and is the a single most associated with magical powers and mystical strengths, which arrives into play when her devotees worship her during the privacy in their households.

सुपीताभयामालाया पूतमन्त्रं पठंते जपंतो जयं संलभंते । रणे राग रोषा प्लुतानां रिपूणां विवादे बलाद् वैरकृद्धाम मातः ।।

Remedy: The devotee ought to conduct common worship to Goddess Bagalamukhi. The worship really should include things like turmeric, yellow flowers, as well as chanting of her mantra. Devotees must also light a ghee lamp and burn up incense sticks.

This is one of the boons for which Bagalamukhi's devotees worship her. Other Mahavidya goddesses can also be explained to characterize identical powers handy for defeating enemies, being invoked by their worshippers by several rituals.

The holy scriptures Evidently mention that a single who receives blessed by Maa Baglamukhi receives rid of the fundamental negative karmas that happen to be The explanation at the rear of problems & problems.

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